पटना, 19 जून 2025 – राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पटना में आयोजित पार्टी की राज्य परिषद की बैठक में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को हर हालात में बिहार का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सभी एकजुट होकर महागठबंधन की सरकार बनाएं और आरएसएस तथा नीतीश कुमार की सत्ता को उखाड़ फेंकें।
बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की राज्य परिषद की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक बड़ा राजनीतिक संकेत देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि,“किसी भी हालात में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना है।” स घोषणा के साथ लालू यादव ने न केवल आने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति तय कर दी, बल्कि यह भी साफ कर दिया कि राजद का एकमात्र उद्देश्य महागठबंधन की सरकार बनाकर तेजस्वी यादव को सीएम की कुर्सी तक पहुंचाना है।
क्या है इस बयान का राजनीतिक महत्व?
लालू यादव के इस ऐलान को विश्लेषक चुनाव पूर्व रणनीतिक एलान के रूप में देख रहे हैं।
- इससे साफ हो गया है कि राजद का एकमात्र चेहरा तेजस्वी यादव होंगे।
- साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को स्पष्ट दिशा दे दी गई है कि अब कोई भ्रम नहीं – सीधा फोकस है महागठबंधन को जिताकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना।
नीतीश कुमार और RSS पर सीधा हमला
लालू यादव ने अपने भाषण में सत्तारूढ़ जदयू और उसके सहयोगियों पर भी हमला बोला और कहा कि’अब बिहार को RSS और नीतीश कुमार से मुक्त करना होगा। ये लोग गरीबों, किसानों और नौजवानों की आवाज को दबा रहे हैं।”
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे ज़मीन पर उतरें, जनता के बीच जाएं और राजद की योजनाओं व विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाएं।
तेजस्वी को दिया नेतृत्व का संदेश
लालू यादव के इस बयान को राजनीतिक रूप से यह भी संकेत माना जा रहा है कि अब पार्टी के संपूर्ण नेतृत्व की जिम्मेदारी तेजस्वी यादव के कंधों पर है।
- इससे तेजस्वी को कार्यकर्ताओं से अधिक समर्थन और सम्मान मिलेगा।
- टिकट वितरण, रणनीति और प्रचार में तेजस्वी को फ्री हैंड मिलने के आसार हैं।
निष्कर्ष:
लालू यादव की यह घोषणा न सिर्फ पार्टी के लिए बल्कि पूरे बिहार की राजनीति के लिए एक स्पष्ट सियासी संदेश है।
अब देखना यह होगा कि
- महागठबंधन में शामिल अन्य दल इस एलान पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं,
- और बीजेपी-जेडीयू इसे चुनावी चाल के रूप में देखते हैं या चुनौती के रूप में।






