पटना डेस्क | अपडेटेड: 19 जून 2025
बिहार की राजनीति में बुधवार को उस वक्त हलचल मच गई, जब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव ने एक रहस्यमयी लेकिन तीखा ट्वीट किया।
ट्वीट में तेज प्रताप यादव एक फोटो में अपने पिता लालू प्रसाद यादव की तस्वीर को निहारते नजर आ रहे हैं और साथ ही एक संदेश लिखा है, जिसने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं को हवा दे दी है।
तेज प्रताप यादव का ट्वीट:
“मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालों, यह मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिश का पता नहीं है। शुरुआत तुमने किया है, अंत मैं करूंगा। झूठ और फरेब को बनाए इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं। तैयार रहना, सच सामने आने वाला है। मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।”
इस ट्वीट के बाद से अटकलों का बाजार गर्म है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह ट्वीट सीधे तौर पर सिर्फ विरोधियों पर नहीं, बल्कि तेजस्वी यादव और पूरे परिवार पर अप्रत्यक्ष हमला है।
क्या है “चक्रव्यूह”?
तेज प्रताप ने जिन “झूठ और फरेब के चक्रव्यूह” की बात की है, उसे लेकर अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वे किस षड्यंत्र का जिक्र कर रहे हैं? क्या यह राजनीतिक साजिश है या पारिवारिक मतभेद?
परिवार पर भी संकेत?
ट्वीट का सबसे अहम हिस्सा वह वाक्य है जिसमें तेज प्रताप लिखते हैं:
“मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।”
यह वाक्य सीधे तौर पर उनके परिवार और राजनीतिक दल पर सवाल खड़े करता है, जो यह संकेत देता है कि परिवार के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।
सियासी हलकों में चर्चा
तेज प्रताप यादव का यह ट्वीट ऐसे समय आया है जब बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। राजद में आंतरिक कलह की खबरें पहले भी सामने आती रही हैं, लेकिन इस बार मामला सार्वजनिक मंच पर लाया गया है।
क्या बोले राजनीतिक विशेषज्ञ?
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि तेज प्रताप यादव शायद आने वाले दिनों में कोई बड़ा खुलासा कर सकते हैं। वहीं, राजद की तरफ से अब तक इस ट्वीट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं:
तेज प्रताप के इस ट्वीट पर यूजर्स ने जमकर प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ ने उन्हें “बगावती राजकुमार” कहा, तो कुछ ने समर्थन जताते हुए लिखा – “सत्य सामने आना चाहिए, चाहे कोई भी हो!”
अब देखने वाली बात यह होगी कि तेज प्रताप यादव के इस ट्वीट का असर सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित रहेगा या बिहार की राजनीति में कोई बड़ा मोड़ लेकर आएगा।






