पटना | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के दिन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक सजग और व्यंग्यात्मक डिजिटल हमला बोला है। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा तंज कसा है। इस वीडियो और इसके संदेश ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
क्या कहा लालू यादव ने ट्वीट में?
लालू प्रसाद यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर (X) हैंडल से लिखा: बिहार रहित में मौसम की चेतावनी!
आज बिहार में झूठ, जुमलों और भ्रम की बारिश हो रही है।
गर्जना के साथ झूठे लोग वादों के ओले भी बरसा रहे हैं।
संभल कर रहें!”यह ट्वीट ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के सिवान, बेतिया, आरा और पाटलिपुत्र जैसे इलाकों में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं।
वीडियो में क्या दिखाया गया?
लालू यादव द्वारा पोस्ट किए गए इस व्यंग्यात्मक वीडियो में कई राजनीतिक प्रतीकों और संदर्भों को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है:
- वीडियो में पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार को एक फनी एनीमेशन में नाचते हुए दिखाया गया है।
- बैकग्राउंड में गाना चल रहा है जिसमें “जुमला और झूठ” जैसे शब्दों का दोहराव है।
- दोनों नेताओं के पीछे फर्जी वादों की पट्टियां, कागज़ के घोषणापत्र, और बारिश के रूप में “वादे” गिरते हुए दिखाए गए हैं।
- वीडियो के अंत में तेजस्वी यादव को लालटेन लिए हुए दिखाया गया है, जो न सिर्फ RJD का चुनाव चिह्न है, बल्कि यह “अंधेरे में रोशनी” का प्रतीक बनाकर पेश किया गया है।
राजनीतिक संदर्भ और हमला
लालू यादव के इस ट्वीट और वीडियो का सीधा संदर्भ पीएम मोदी के उस बयान से जुड़ता है, जिसमें उन्होंने सिवान की जनसभा में “जंगल राज”, पलायन, स्वाभिमान और गरीबी” जैसे मुद्दों पर RJD को घेरा था। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि “लालू यादव को भीमराव अंबेडकर का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए”।
यह व्यंग्यात्मक वीडियो उसी का जवाब माना जा रहा है — एक तरह का डिजिटल प्रतिरोध।
राजद का बयान: “जनता सब समझ रही है”
RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी वीडियो के बाद मीडिया से कहा: “जब कोई सरकार विफल हो जाती है, तो वह असली मुद्दों से भटकाने के लिए ऐसे कार्यक्रम और भाषण करती है। यह वीडियो जनता को हकीकत बताने का एक जरिया है।”
राजनीतिक विश्लेषण: सोशल मीडिया पर हमला, ग्राउंड पर जवाब
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह वीडियो राजनीति के नए दौर की ओर इशारा करता है, जहां डिजिटल हथियार अब उतने ही प्रभावशाली हैं जितने धरना, रैली या पोस्टर।
- RJD युवा मतदाताओं को लक्षित करते हुए सोशल मीडिया को आक्रामक तरीके से उपयोग कर रही है।
- वहीं भाजपा पारंपरिक विकास मॉडल और योजनाओं की घोषणाओं पर फोकस कर रही है।






