पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर खींचतान तेज हो गई है। इस बीच विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी की मौजूदगी में खुद को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया। लेकिन जहानाबाद में आयोजित एक जनसभा के दौरान लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अपने ही समर्थकों के नारे पर भड़क उठे।
जनसभा में नारों पर भड़के तेजप्रताप
दरअसल, जहानाबाद में एक सभा के दौरान तेजस्वी समर्थकों ने नारा लगाया – “अबकी बार तेजस्वी सरकार।” यह सुनते ही तेजप्रताप यादव ने माइक संभालते हुए नाराज़गी जताई और कहा –
“फालतू बात मत करो यहां, कह देते हैं। तुम RSS का आदमी है क्या? पुलिस पकड़कर ले जाएगी। जनता की सरकार आती है, किसी व्यक्ति विशेष की सरकार नहीं होती है।”
तेजप्रताप के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
तेजस्वी ने खुद को बताया सीएम कैंडिडेट
वहीं, तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी की मौजूदगी में खुद को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट बताकर सस्पेंस खत्म करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता असली बदलाव चाहती है। वोटर अधिकार यात्रा के दौरान तेजस्वी ने नीतीश कुमार को “डुप्लीकेट सीएम” बताते हुए निशाना भी साधा।
अखिलेश यादव का समर्थन
इस मौके पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी तेजस्वी के समर्थन में दिखे। उन्होंने कहा कि बिहार को युवा नेतृत्व की जरूरत है और तेजस्वी उस भूमिका में फिट बैठते हैं।
एनडीए ने पहले ही किया ऐलान
उधर, एनडीए की ओर से पहले ही यह साफ कर दिया गया है कि चुनाव नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ा जाएगा। ऐसे में विपक्षी खेमे में सीएम फेस पर उठ रही आवाज़ें राजनीतिक समीकरणों को और दिलचस्प बना रही हैं।
विश्लेषण
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि महागठबंधन में यह खींचतान आगामी चुनाव में विपक्ष की रणनीति पर असर डाल सकती है। तेजस्वी को सीएम फेस बनाने पर सहमति जताई गई है, लेकिन तेजप्रताप की नाराज़गी यह संकेत देती है कि परिवार और पार्टी के भीतर मतभेद अब भी कायम हैं।






